सांसारिक लोगों की सामान्य मनोवृत्तिओं और अपेक्षाओं को जानते हुए कई लोगों ने अंधविश्वास की बड़ी-बड़ी दुकानों को रच दिया। हालात तो यह हो गए कि ईश्वर उपासना के महत्व से भी हम बहुत दूर हो गए हैं। मंदिर में लोग भगवान की पूजा करने और आशीर्वाद प्राप्त करने जाते हैं। पुजारी भी भक्तों को आशीर्वाद देते हैं, मगर क्या कभी आपने ऐसे किसी पुजारी को देखा है जो भक्तों और श्रद्धालुओं के सिर पर पैर रखकर आशीर्वाद देता हो? नहीं न, मगर ओडीशा के एक मंदिर में जो पुजारी है, वह मंदिर में आने वाले भक्तों को उनके सिर पर पैर रखकर आशीर्वाद देता है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो सामने आने के बाद पुजारी की काफी आलोचना हो रही है। यह मामला ओडिशा के कोरधा के बानपुर इलाके का है। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया जिसमें मंदिर के पुजारी का लोगों के सिर पर अपने पैर रखकर आशीर्वाद देता दिख रहा है। इस वीडियो को देख बहुत से लोग इसे अंधविश्वास की पराकाष्ठा बता रहे हैं और उसकी खूब आलोचना भी कर रहे हैं।
जब इस मंदिर के पुजारी आर सामंत्रे से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जजमान का हम पर भरोसा है। जो लोग इसका प्रचार कर रहे हैं, वे इस पूजा के बारे में नहीं जानते। वे लोग केवल इस बात को उछालना चाहते हैं कुछ लोगों को बुरा लग सकता है। लेकिन यह परंपरा सालों से चली आ रही है आज अंधविश्वास इतना गहरा घर कर गया है कि आज कई लोग धर्मांध होकर अपनी विचारशीलता और विवेक को भी खो बैठते हैं। हमें अज्ञान में बिना जांचे परखे किसी भी मान्यता के साथ नहीं चलना चाहिए ।