गणेश चतुर्थी की बहुत बहुत शुभकामनाएं और बधाई। कोरोना महामारी के कारण इस बार गणपति के सार्वजनिक पूजन, उत्सव, मेले आदि पर रोक है किन्तु गणेश जी की महिमा अपरम्पार है। सभी भक्त अपने अपने घरों में गणपति जी मूर्ति लाकर ,पूजा अर्चना करेंगे हमेशा की तरह।
गणपति भगवान का जलवा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है।विदेशों में रहने वाले न सिर्फ भारतीय बल्कि बहुत से विदेशी भी अपने शुभ मंगल कार्यों की शुरुआत ही गणपति वंदना और गणेश जी की पूजा से होती है। आइये आज आपको लिए चलते हैं आयरलैंड के गणेश पार्क में।
आयरलैंड के roundwood में victors vay नाम से निर्मित 22 एकड़ के विशाल क्षेत्रफल में विस्तृत इस निजी पार्क में गणेश भगवान की विभिन्न मुद्राओं में एक दो नहीं बल्कि आठ मूर्तियाँ स्थापित हैं। न सिर्फ गणेश बल्कि अन्य बहुत से हिन्दू देवी देवताओं की भी काले ग्रेनाईट पत्थरों से निर्मित बहुत सारी मूर्तियाँ इस पार्क में लगी हुई हैं जो पर्यटकों को ठिठक कर उन्हें निहारने को विवश कर देती हैं।
गणेश जी की सारी मूर्तियाँ, भारत, तमिलनाडु में निर्मित की गई हैं। नृत्य मुद्रा, वादन मुद्रा सहित अलग अलग कुल आठ मुद्राओं में गणपति को दर्शाते हुए बनी हर मूर्ति को बनाने में पांच कलाकारों ने एक एक वर्ष का समय लिया। काले ग्रेनाईट पत्थरों के अतिरिक्त इनमे काँसे का भी प्रयोग किया गया है।
आयरलैंड, के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार ये गणेश पार्क, अपनी इन विशिष्ट मूर्तियों से आकर्षित करने के अलावा पार्क में बनी हुई छोटी छोटी झीलों और हरियाली के कारण भी सबका बरबस ही मन मोह लेता है। प्रवासी भारतीयों के लिए तो ये डबल सरप्राईज़ की तरह सामने आता है। गणेश जी के अलावा, शिव, बुद्ध, समेत और भी बहुत सी कलाकृतियों को इस पार्क में जगह जगह पर लगाया गया है।
आज बात बात पर सनातन धर्म, हिन्दू देवी देवताओं, का उपहास उड़ा कर अपमानित करने वाले, कुछ नकारात्मक और ओछी मानसिकता वालों को जाकर जरूर महसूसना चाहिए कि सनातन के सभी ईष्टों के माध्यम से हमेशा ही इंसानियत के लिए मनुष्यत्व के लिए बहुत ही गहरा सन्देश इस दुनिया की हर सभ्यता को मिलता रहा है।