भारत के नंबर वन न्यूज़ नेटवर्क रिपब्लिक भारत के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी रविवार के दिन तलोजा जेल भेज दिए गए हैं। अर्नब गोस्वामी ने तलोजा जेल जाते समय बड़ी मुश्किलों से उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार के बारें में बताया उन्होंने कहा कि उनकी जान को ख-तरा है। उन्हें तलोजा जेल भेजा ही इसलिए जा रहा है ताकि उनकी आवाज को दबा दिया जा सके।
अर्नब को 4 दिन पहले मुंबई पुलिस ने उनके निवास स्थान से सुबह 6:30 बजे गिरफ्तार किया था। जिसके बाद अलीबाग कोर्ट ने अर्नब गोस्वामी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। मुंबई में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अर्नब गोस्वामी को अलीबाग स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भेज दिया गया था। रविवार की सुबह मुंबई पुलिस ने अर्नब पर आरोप लगाया कि अर्नब क्वारंटाइन सेंटर में सहयोग नहीं कर रहे है और हिरासत के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। जिस वजह से उन्हें तलोजा जेल भेजा गया है।
अर्नब गोस्वामी को जिस समय तलोजा जेल ले जाया जा रहा था उस समय के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है जिसमें देखा जा सकता है अर्नब गोस्वामी सुप्रीम कोर्ट से मदद मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि तलोजा जेल में उनकी जान को ख-तरा है। अर्नब गोस्वामी को तलोजा जेल भेजने की खबर से उनकी पत्नी बहुत दुखी है और उन्होंने कह दिया है कि अगर अर्नब गोस्वामी के साथ कुछ भी गलत होता है तो इसकी जिम्मेदार उद्धव सरकार और महाराष्ट्र पुलिस होगी।
आप सभी को बता दें तलोजा जेल वह जेल है, जहां पर बड़े-बड़े गैं-ग-स्टर, आ-तंक-वादी, बड़े अपराधी जैसे खूं-खार गुन-हगारों को भेजा जाता है। तलोजा जेल की क्षमता 2000 कै-दियों की है परंतु इस जेल में 4000 हजार कै-दियों को ठूस-ठूस कर रखा गया है। तलोजा जेल में अंतरराष्ट्रीय अप-राधी दा-ऊद इब्रा-हिम के कई गुर्गे मौजूद हैं और इस जेल में कई नामी क्रि-मि-नल्स भी मौजूद हैं। ऐसे में अर्नब को जो कि भारत के सबसे प्रतिष्ठित न्यूज़ नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ हैं, को तलोजा जेल भेजना कहां तक सही है। इससे साफ पता चलता है कि उद्धव सरकार की क्या मंशा है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल जो कि अर्नब गोस्वामी मामले में लगातार अपनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने एक महत्वपूर्ण जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की है। प्रशांत पटेल ने यह जानकारी दी कि अर्नब गोस्वामी को तलोजा जेल भेजना उद्धव सरकार की एक सोची समझी रणनीति है। तलोजा जेल में अर्नब गोस्वामी को नुकसान पहुंचाने के लिए तीन खूं-खार गैं-ग को तैयार किया गया है। प्रशांत पटेल ने ट्विटर पर यह जानकारी भी दी है कि किरीट सोमैया अर्नब गोस्वामी से मिले हैं और वह अर्नब को लगातार उच्च श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने की कोशिश कर रहे हैं।
अर्नब की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर आप सभी ने एक रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बक्शी का वीडियो देखा होगा, जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार और भारत की सुप्रीम कोर्ट को अर्नब गोस्वामी के साथ हो रहे अन्याय को रोकने के लिए व्यवस्था करनी चाहिए। जनरल जीडी बक्शी ने यह भी बताया कि जिस तलोजा जेल में अर्नब गोस्वामी को भेजा जा रहा है वहां पर अंतरराष्ट्रीय अप-राधी दा-ऊद इब्रा-हिम के कई सारे लोग हैं और ऐसे में तलोजा जेल में अर्नब के साथ कुछ भी हो सकता है। जनरल जीडी बक्शी ने तो यहां तक कह दिया कि अर्नब गोस्वामी को पाकिस्तान जेल में जो सरबजीत सिंह के साथ हुआ वैसा होने की पूर्ण संभावना है। ऐसे में अर्नब को सरबजीत नहीं बनाया जा सकता।
आप सभी ने वह वीडियो देखा होगा जिसमें अर्नब गोस्वामी हाथ जोड़कर सुप्रीम कोर्ट से मदद की मांग कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मुंबई पुलिस उनकी जा-न की दुश्मन है, उनकी जान को ख-तरा भी है। तलोजा जेल भेजे जाते समय अर्नब गोस्वामी ने उनके साथ हो रही मुंबई पुलिस के दुर्व्यवहार को भी बताया और उनको किस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है यह भी कहा। उन्होंने कहा कि उनके साथ धक्का-मुक्की हो रही है, उन्हें पीने का पानी नहीं दिया जा रहा है उन्हें लातों से पी-टा जा रहा है, उन्हें उनके वकील से बात तक नहीं करने दी जा रही। वह कोई आतं-कवादी नहीं है जो उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है।