Jio के बाद Vodafone, Idea,और Airtel का निकला दम, टैरिफ के दाम में बढ़ोतरी

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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कर्ज के बोझ से दबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया ने बिल्कुल साफ कर दिया है कि वह अपनी सेवाएं ग्राहक को मौजूदा रेट पर आगे नहीं दे पाएंगी। कंपनी ने 18 नवंबर को एक प्रेस रिलीज कर कहा कि, “उपभोक्ताओं को विश्वस्तरीय डिजिटल अनुभव सुनिश्चित कराने के लिए हम 1 दिसंबर 2019 से टैरिफ के दाम में इजाफा कर देंगे”। एयरटेल ने कहा कि ग्राहकों को किफायती टैरिफ उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है। लेकिन वित्तीय जरूरतों के संतुलन भी जरूरी है। ताकि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश जारी रखा जा सके। इस तरह उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता की सेवा मिल सकेगी।

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एयरटेल ने भी आगामी दिसंबर से अपनी सेवा दरें बढ़ाने का निर्णय कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के पक्ष में अपना फैसला सुनाते हुए वोडाफोन आइडिया और एयरटेल सहित सभी टेलीकॉम कंपनियों को भुगतान दूरसंचार विभाग को करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद आइडिया और वोडाफोन ने कहा आगे बिजनेस जारी रखने की क्षमता सरकारी राहत और कानूनी विकल्पों के सकारात्मक नतीजों पर निर्भर करेगी। कंपनी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 50,922 करोड रुपए का घाटा हुआ है। किसी भारतीय कंपनी का एक तिमाही में यह अब तक का सबसे बड़ा नुकसान है। समायोजित सकल राजस्व को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर बकाये पेमेंट के लिए जरूरी प्रावधान करने से यह नुकसान हुआ है।

आइडिया वोडाफोन ने दावा किया है कि पूरी दुनिया में भारत में मोबाइल डाटा सबसे सस्ता है। और बाजार में इसकी मांग लगातार बनी हुई है। कंपनी बगैर डाटा 1 महीने के लिए मोबाइल सर्विस ₹24 में प्रदान करती है। वहीं डाटा के साथ इसके लिए न्यूनतम ₹33 चुकाने होते हैं। कंपनी ने कहा है कि एक 4G सेवा उपलब्ध कराने के लिए नेटवर्क कवरेज और क्षमता बढ़ाई जा रही है। कंपनी का यह भी कहना है कि उसके पास देश में सबसे बड़ा स्पेक्ट्रम एरिया मौजूद है। संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एयरटेल भी इसी रास्ते पर
टेलीकॉम क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एयरटेल भी अपने कारोबारियों को और व्यवहारिक बनाने के लिए दिसंबर से मोबाइल सेवाएं बंद कर देगी। दूरसंचार क्षेत्र में भी तेजी से बदलते प्रौद्योगिकी के साथ काफी पूंजी की आवश्यकता होती है। जिसमें लगातार निवेश की आवश्यकता होती है। यही वजह है कि डिजिटल इंडिया के विचार का समर्थन करने के लिए उद्योग को व्यवहारिक बनाए रखा जाए। इसके बाद एयरटेल ने कहा इसे देखते हुए हम दिसंबर में उचित दाम बढ़ाएंगे। गौरतलब है कि भारती एयरटेल को चालू वर्ष के तिमाही में ₹23,045 करोड़ का घाटा हुआ है। कंपनी के आधिकारिक बयान के अनुसार, “टेलीकॉम क्षेत्र में गंभीर वित्तीय संकट की कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय उचित राहत देने पर विचार कर रही है।”

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